Writing With Fire एक दलित महिला और उसके अखबार Khabar Lahariya की कहानी Oscar Awards 2022 के फाइनल लिस्ट में शामिल
राइटिंग विद फायर(Writing With Fire) भारतीय डॉक्यूमेंट्री फिल्म को ऑस्कर अवार्ड 2022 की फाइनल लिस्ट में जगह मिल गई है. इस फिल्म का निर्देशन सुष्मित घोष और रिंटू थॉमस ने किया है.
राइटिंग विद फायर को ऑस्कर फाइनल लिस्ट(Oscar Awards 2022 nomination) में जगह देने की सूचना एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज के ट्विटर पर से प्राप्त हुई है.
इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म को बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फीचर कैटेगरी में स्थान दिया गया है. राइटिंग विद फायर को ऑस्कर के एकेडमी अवार्ड के 94th एडिशन के लिए नॉमिनेट किया गया है.
मालूम हो कि राइटिंग विद फायर डॉक्यूमेंट्री फिल्म का निर्देशन करने वाली जोड़ी सुष्मित घोष और रिंटू थॉमस के लिए यह फिल्म बेहद ही खास है क्योंकि यह इन दोनों की पहली डॉक्यूमेंट्री फिल्म है.
इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म में एक दलित महिला के संघर्ष को बहुत ही बेहतरीन ढंग से फिल्माया गया है. यह पूरी फिल्म एक अखबार के संचालन पर आधारित है.
इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म में यह दिखाया गया है कि कैसे एक दलित महिला सामाजिक गैर बराबरी के बंधन को तोड़ते हुए एक न्यूज़ पेपर जिसका नाम खबर लहरिया (Khabar Lahariya) है को ऊंचे मुकाम पर ले जाती है.
यहां यह भी बताते चलें कि जिस खबर लहरिया का जिक्र यहां किया गया है उस अखबार को बहुत सारे अवार्ड पहले भी मिल चुके हैं.
खबर लहरिया अखबार की शुरुआत साल 2002 में की गई थी. पहले यह 8 पन्ने का वीकली न्यूजपेपर था. इसका पहला प्रकाशन उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले से किया गया था और यह बुंदेली भाषा में था.
खबर लहरिया की सफलता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ग्रामीण इलाकों की जन सरोकार के मुद्दों को उठाने की वजह से उत्तर प्रदेश और बिहार के 600 से अधिक गांवों में पढ़ा जा रहा है.