SOCIAL MEDIA पर जाने-माने TV एंकर एवं जर्नलिस्ट DEEPAK CHOURASIYA ने जाने-माने इतिहासकार इरफान हबीबी पर रक्षाबंधन को लेकर गलत तथ्य पेश करने का आरोप लगाया है
SOCIAL MEDIA पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहता है और कभी-कभी कुछ टिप्पणियों से आपसी सौहार्द्र और सामाजिक समरसता को भी नुकसान पहुंचता है. ताजा मामला रक्षाबंधन को लेकर जाने-माने इतिहासकार इरफान हबीबी द्वारा दिए गए कुछ उदाहरणों पर जाने माने पत्रकार और न्यूज नेशन टीवी के एंकर दीपक चौरसिया द्वारा गहरी आपत्ति जताए जाने का है.
क्या है मामला
इतिहासकार इरफान हबीबी ने कहा था कि मुगल काल में भी रक्षाबंधन का त्यौहार इसी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता था और अकबर खुद राखी भी बंधवाते थे, इस त्यौहार के दिन अकबर की व्यस्तता इतनी अधिक होती थी की अकबर का सारा दिन राखी बनवाने में ही खत्म हो जाता था.
अगर इरफान हबीबी द्वारा कही गई बातों पर गौर करें तो यह बातें कहीं से भी बुरी नहीं हैं और खासकर कुछ प्रमुख त्योहारों पर आपसी भाईचारा को बढ़ावा देने के लिए ऐसे तथ्यों का हवाला हमेशा से दिया जाता रहा है. चाहे वह हुमायूं को राखी भेजे जाने की घटना हो या झांसी की रानी की मदद करने वाले शख्स की कहानी हो.
लेकिन इरफान हबीबी की बातों से इत्तफाक ना रखते हुए वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने इसे एक प्रोपेगेंडा करार दिया है.
दीपक चौरसिया का कहना है अकबर द्वारा रक्षाबंधन पर राखी बनवाने वाली बात सिर्फ और सिर्फ प्रोपेगेंडा है.
दीपक चौरसिया द्वारा किया गया ट्वीट
इरफ़ान हबीब का कहना है कि रक्षाबंधन पर अकबर का पूरा दिन राखी बँधवाने में गुज़र जाता था। भारतीय इतिहास को तोड़ मरोड़ कर मुग़लों को आराध्य साबित करने में लगे रहने के बाद भी ये मुग़लों के पैरोकार बाज़ नहीं आ रहे। अब इस पावन पर्व के दिन भी गंध मचाने में लगे हैं।
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) August 22, 2021
दीपक चौरसिया के अनुसार इरफान हबीबी भारतीय इतिहास को तोड़ मरोड़ कर पेश कर रहे हैं और वह मुगलों के पैरोकार बन रहे हैं.
दीपक चौरसिया की बातों पर मिली जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली है. अधिकतर लोगों ने दीपक चौरसिया की बातों का विरोध ही किया है.
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