SBI ने Pregnant महिला अभ्यर्थियों एंंव कर्मचारियों के संबंध में एक विवादास्पद नियम लाया था लेकिन काफी आलोचनाओं के बाद अब इसे वापस कर लिया है.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया(SBI) देश की सबसे बड़ी बैंकिंग प्रणाली है. जिस पर करोड़ों लोगों को सेवा देने की जिम्मेदारी है.
लेकिन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया(SBI) ने गर्भवती(Pregnant) कर्मचारियों की नियुक्ति और पदोन्नति के संबंध में एक बेहद ही और अतार्किक और महिला विरोधी नियम पारित कर दिया था, जिसको लेकर काफी हंगामा मचा. मामला बिगड़ते देख SBI ने अब इस नियम को वापस भी ले लिया है.
बताते चलें कि SBIने गर्भवती महिला कर्मचारियों की नियुक्ति और पदोन्नति के संबंध में एक नियम लाया था, जिसके अंतर्गत 3 महीने से ज्यादा की गर्भवती महिलाओं (Pregnant Women) को टेंपरेरी अनफिट करार दिया गया था.
मालूम हो कि बीते 21 दिसंबर 2021 को SBI ने मेडिकल फिटनेस के लिए एक नई गाइडलाइन जारी की थी.
एसबीआई की इस गाइडलाइन के हिसाब से 3 महीने से अधिक की प्रेग्नेंट महिला उम्मीदवारों को टेंपरेरी अनफिट और अयोग्य माना था लेकिन इसमें यह भी प्रावधान था कि बच्चे के जन्म लेने के 4 महीने के बाद महिला कर्मचारी अपने काम पर आ सकती है.
जबकि अगर एसबीआई के पुराने नियम की बात करें तो यह प्रावधान 6 महीने की गर्भवती महिला के लिए लागू किया गया था. यानी 6 महीने की गर्भवती महिला कर्मचारी अपने काम पर आ सकती थी लेकिन इसके लिए एक प्रावधान यह भी था कि महिला कर्मचारी को गाइनेकोलॉजिस्ट से फिटनेस लेटर लेना होता था.
लेकिन नए नियम में इस समय सीमा को 3 महीने कम कर दिया गया जिसको लेकर कई महिला संगठनों ने एसबीआई का जमकर विरोध किया. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने एसबीआई के इस नियम को भेदभाव पूर्ण करार दिया साथ ही उन्होंने कहा कि एसबीआई का नया नियम भेदभाव पूर्ण तो है ही अवैध भी है.
बताते चलें कि एसबीआई की नई गाइडलाइन के हिसाब से नई जॉइनिंग में शामिल महिलाओं के लिए यह नियम दिसंबर 2021 से लागू भी कर दिया गया था और प्रमोशन प्राप्त करने वाली महिलाओं के लिए इस नियम को अप्रैल 2022 से लागू करने की बात थी.
अब इस नियम को वापस ले लिया गया है और SBI ने इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी है. नियम के वापस लेने पर कई महिला संस्थानों, महिला अभ्यर्थियों प्रमोशन पाने वाली गर्भवती(Pregnant) महिलाओं ने खुशी का इजहार किया है और साथ ही इसे अपनी जीत बताई है.
मालूम हो कि बीते दिनों रेलवे ने भी छात्रों को लेकर कुछ नए नियम बना दिए थे जिसके बाद छात्रों ने बिहार और यूपी में कई जगहों पर काफी उत्पात मचाया था.