Now No Child Will be Seen Begging at Delhi Traffic Lights:दिल्ली सहित कई शहरों में ट्रैफिक पर भीख मांगते बच्चे दिखाई देते हैं लेकिन अब दिल्ली में नहीं दिखेंगे यह बच्चे जानिए इसके पीछे का कारण
अमूमन सभी बड़े शहरों की ट्रेफिक लाइट(Traffic Light) पर ऐसे बच्चे मिल जाते हैं जो ट्रैफिक सिग्नल रेड होते ही वहां से गुजरने वाली गाड़ियों के पास आकर पैसा मांगते हैं.इन बच्चों की दशा देखकर किसी भी आदमी की ममता जाग सकती है और अधिकतर लोग कुछ न कुछ पैसे बच्चों को दे देते हैं.
जब इन बच्चों को लोगों द्वारा पैसा मिलता है तो इसका वे क्या करते हैं, इसका जवाब हर बार सकारात्मक हो ऐसा नहीं है. इसमें शामिल अधिकतर बच्चों को नशे की लत लग जाती है और ट्रेफिक लाइट पर मांगे गए पैसों से पेट की भूख मिटाने के साथ-साथ वैसे पदार्थों का सेवन भी करने लग जाते हैं जिससे यह गंभीर रूप से नशे की गिरफ्त में आ जाते हैं.
ट्रैफिक सिग्नल पर पैसे मांगने वाले बच्चों के लिए समय-समय पर कई गैर सरकारी संगठनों(NGO) और सरकारों द्वारा पुनर्वास कार्यक्रम चलाए जाते हैं लेकिन इसके बावजूद इस समस्या का खात्मा पूर्ण रूप से नहीं हो पाता है और दिन प्रतिदिन इन बच्चों की संख्या ट्रेफिक लाइट पर बढती जाती है.
इस समस्या के स्थाई समाधान के लिए दिल्ली की आम आदमी(AAP) सरकार ने एक नई शुरुआत की है. जिसके बारे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जानकारी दी है. देखिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्रैफिक सिग्नल पर भीख मांगते हुए बच्चों के लिए क्या कहा.
ट्रैफ़िक लाइट पर खड़े बच्चों की तरफ़ आज तक किसी सरकार ने ध्यान नहीं दिया, वो इसलिए क्योंकि वो “वोट बैंक” नहीं होते।
हम उनका ध्यान रखेंगे। हमारी सरकार उन बच्चों के लिए शानदार स्कूल बनाएगी, वो वहीं रहेंगे, वहीं पढ़ेंगे। हम उन्हें एक बेहतर नागरिक बनाएँगे। pic.twitter.com/LVsVLRTdX8
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 26, 2022
अगर दिल्ली सरकार की यह योजना कारगर साबित होती है तो इन बच्चों का शिर्फ पुनर्वास ही नहीं होगा बल्कि इनका संपूर्ण विकास भी हो पाएगा क्योंकि दिल्ली सरकार की इस योजना में इनके रहने खाने और पढने की पूर्ण व्यवस्था की जाएगी जैसा की केजरीवाल द्वारा वादा किया जा रहा है.