Lassa Virus: चूहों से फैलने वाले Lassa Virus ने लोगों की बढ़ा दी है चिंता, जानिए इंसानों के लिए कितना खतरनाक है यह वायरस
Corona महामारी ने पूरे विश्व को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था लेकिन अब धीरे-धीरे हालात बेहतर होते जा रहे हैं. इन सबके बीच Lassa Virus ने फिर से लोगों की चिंता बढ़ा दी है.
लासा वायरस(Lassa Virus) चूहों से फैलने वाला वायरस है. यह वायरस पश्चिमी अफ्रीका में पाया जाता है और ये सबसे पहले साल 1969 में नाइजीरिया में पाया गया था.
वर्तमान में ब्रिटेन में इसके 3 नए मामले सामने आए हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि इन 3 मामलों में से एक मामले में मौत भी दर्ज की गई है.
इस वायरस के प्रारंभिक लक्षणों की बात करें तो इसमें शुरुआती दौर में कोई लक्षण दिखाई नहीं देता. लगभग 1 से 3 हफ्ते के बाद इसमें सामान्य लक्षण जैसे कि हल्का बुखार कमजोरी थकान सिरदर्द इत्यादि दिखाई देते हैं लेकिन 80% मामलों में यह बिना लक्षण वाला होता है.
यह वायरस गर्भवती महिलाओं(Pregnant Women) के लिए ज्यादा खतरनाक होता है. गर्भवती महिलाओं को इसके संक्रमण का ज्यादा खतरा रहता है. खासकर गर्भावस्था(Pregnancy) के तीसरे महीने में महिलाओं को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत होती है.
इस Lassa Virus से संक्रमित व्यक्तियों को वैसे तो सामान्यतया अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ती है लेकिन अगर अस्पताल में भर्ती होना पड़े तो ऐसा देखा गया है कि 15% लोगों की मौत हो जाती है.
इस वायरस से संक्रमित लोगों में गंभीर लक्षणों की बात करें तो रक्तस्राव उल्टी चेहरे पर सूजन छाती और पीठ दर्द उल्टी जैसे गंभीर लक्षण दिखाई दे सकते हैं.
इस वायरस से बचने का सबसे आसान तरीका यह है कि अपने घर में साफ सफाई रखें और चूहों को दूर रखें क्योंकि यह वायरस मुख्य रुप से चूहों के द्वारा ही फैलता है.
यह चूहों के मल मूत्र या उसके द्वारा दूषित भोजन के सेवन से फैलता है. इंसान से इंसान में इसका संक्रमण शारीरिक स्पर्श से नहीं होता है यानी गले मिलने छूने हाथ मिलाने इत्यादि से यह संक्रमण नहीं फैलता.
लेकिन संक्रमित व्यक्ति के सलाइवा(Saliva) से इसके संक्रमण का खतरा रहता है. अच्छी बात यह है कि अभी तक भारत में Lassa Virus का कोई मामला सामने नहीं आया है.