Jharkhand Gangrape Case झारखंड पुलिस को दो नाबालिग आदिवासी बहनों के बलात्कार के मामले में बड़ी सफलता मिली है. झारखंड पुलिस ने इस जघन्य कांड के सात अन्य आरोपियों को भी सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है.
15 अक्टूबर यानी दशहरे के दिन दो आदिवासी चचेरी बहनें दशहरे के मेले को देखकर वापस लौट रही थी कि तभी घात लगाए बैठे 10 लोगों ने इन्हें अपना शिकार बनाया. इन लड़कियों के साथ इनका एक 20 वर्षीय भाई भी था.
इस घटना में शामिल आरोपियों पर यह आरोप है कि इन लोगों ने पहले तो इनके भाई को मारा पीटा और बाद में वहां से भगा दिया और लड़की को लेकर जंगल से किसी अन्य स्थान पर चले गए.
लड़की को अपने कब्जे में लेकर इन आरोपियों ने बारी बारी से इन दोनों ही नाबालिक लड़कियों का सामूहिक बलात्कार किया. ऐसा इन लोगों पर आरोप है.
इस घटना में 10 लोग शामिल थे जिसमें की दो नामजद आरोपियों को गुमला पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. एक अन्य आरोपी ने इस घटना के बाद आत्महत्या कर ली थी.
अभी जिन सात आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है उन सभी की उम्र 19 से 26 साल के बीच है. गुमला के पुलिस अधीक्षक एहतेशाम वकारिब ने मीडिया को गिरफ्तारी की सूचना दी है.
जिन दो नामजद आरोपियों को पहले गिरफ्तार किया गया था उनके नाम संदीप उरांव और राजेश उंराव हैं.आरोपियों पर जिन धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है वह धाराएं हैं 376 डी ए 307/509. चुकी लड़कियां नाबालिग थी इसलिए आरोपियों पर पोस्को की धाराओं के तहत भी केस दर्ज किया गया है.
यह घटना गुमला जिले के गुरदरी क्षेत्र में 15 अक्टूबर की रात्रि में घटी थी. मालूम हो कि आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्र के लोग खासकर विजयादशमी के दिन मेले में हर्षोल्लास के साथ शामिल होते हैं.