International Men’s Day 2021: 19 नवंबर को पूरी दुनिया के साथ-साथ भारत में भी मनाया जाता है Men’s Day. लेकिन क्या आप जानते हैं भारत में इसे कब से मनाया जाता है और विश्व में इसकी शुरुआत कब और कैसे हुई.
ज्यादातर लोगों को यह सुनकर आश्चर्य होता है Men’s Day नामक भी कुछ कोई चीज इस दुनिया में है!!
ज्यादातर लोगों को यह सुनकर आश्चर्य होता है कि अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस नामक भी कुछ कोई चीज इस दुनिया में है. जिसे पुरुषों के अधिकार की रक्षा, उन्हें उत्पीड़न से बचाने, उनके मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल और उन्हें प्रेरणा देने के लिए मनाया जाता है.
ज्यादातर लोगों के दिमाग में बस यही बात है कि पुरुषों को कैसी सुरक्षा, पुरुष तो हमारे समाज में मजबूत हैं. हमारे ही क्यों किसी भी समाज में. लेकिन ऐसा कहना गलत है. पुरुषों के साथ भी गैर बराबरी होती है. पुरुष भी मानसिक प्रताड़ना झेलते हैं और उन्हें भी महिलाओं की तरह सुरक्षा और विश्वास की जरूरत होती है.
विश्व में आत्महत्या के मामले में पुरुषों की संख्या महिलाओं से बहुत ही ज्यादा
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि विश्व में आत्महत्या के मामले में पुरुषों की संख्या महिलाओं से बहुत ज्यादा है. यह संख्या महिलाओं की तुलना में तीन गुनी है. इससे यह साफ जाहिर होता है कि पुरुषों को मानसिक स्तर पर सकारात्मक सहयोग और विश्वास की जरूरत महिलाओं की तरह ही होती है.
जिस प्रकार से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है तो कई संस्थानों और लोगों की मांग थी कि ऐसा ही कोई दिवस पुरुषों के लिए भी हो.
विश्व में कब हुयी शुरुआत और भारत कब से मना रहा है “पुरुष दिवस”
इंटरनेशनल मेंस डे बनाने की शुरुआत सबसे पहले 19 नवंबर 1999 में त्रिनिदाद और टोबैगो में हुई थी. इस दिन को पुरुषों के स्वास्थ, समानता और उन्हें समाज में उत्साहित जीवन जीने की प्रेरणा देने के लिए मनाया गया था.
भारत में इसकी शुरुआत साल 2007 में हुई थी भारत समेत विश्व के 80 देशों में अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस मनाया जाता है. यूनाइटेड नेशन की संस्था यूनेस्को ने भी इस दिवस को अपना सहयोग और समर्थन दिया है.
भारत में इसकी शुरुआत साल 2007 में ही हो गई है लेकिन अभी भी इसे बड़े पैमाने पर नहीं मनाया जाता है. इसलिए हम सभी को चाहिए कि आज 19 नवंबर को अपने सहयोगियों अपने मित्रों अपने घर के पुरुष सदस्यों को Happy Men’s Day कह कर उन्हें यह अहसास दिलाएं कि वो आपकी ज़िंदगी में कितने महत्वपूर्ण हैं और उनके लिए यह दिन कितना खास है.