Chandigarh Controversy: चंडीगढ़ पर विवाद बढ़ा, हरियाणा के CM खट्टर ने आम आदमी पार्टी(AAP) को दोगली पार्टी करार दिया साथ ही SYL और पंजाब में 400 हिंदी भाषी गांव का भी मामला उठाया
चंडीगढ़(Chandigarh) को लेकर अब पंजाब और हरियाणा सरकार आमने-सामने आ चुकी है.आरोप-प्रत्यारोप का स्तर भी बेहद ही निचले स्तर तक पहुंच चुका है. चंडीगढ़ को पंजाब में स्थानांतरित करने का प्रस्ताव लाने के बाद आम आदमी पार्टी(AAP) को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ऐसी टिप्पणी कर दी जिसके बाद उनकी यह टिप्पणी सुर्खियों में आ गई.
मनोहर लाल खट्टर ने आम आदमी पार्टी के आचरण को संदिग्ध बताया. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी का चरित्र दोगला है और यह एक दोगली पार्टी है..
दरअसल चंडीगढ़ को लेकर ताजा विवाद तब शुरू हुआ जब केंद्र सरकार ने संसद में एक बिल पेश किया. जिसके तहत चंडीगढ़ के केंद्रीय कर्मचारियों को पंजाब सरकार के किसी भी हस्तक्षेप से स्वतंत्र कर दिया गया. यहां यह बताना जरूरी है कि चंडीगढ़ 1966 से ही पंजाब और हरियाणा की राजधानी है. जिसे कि राजीव लोंगोवाल समझौते के तहत व्यवस्थित किया गया था.
बताते चलें कि केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ पर पंजाब के नियंत्रण को समाप्त करने वाले नियम को लागू भी कर दिया है. जिसके बाद पंजाब में एक महीने पहले सत्ता में आई आम आदमी पार्टी ने इस पर भारी विरोध दर्ज कराया और कहा कि यह पंजाब की स्वायत्ता से जुड़ा मामला है और केंद्र के इस फैसले के खिलाफ हम कानूनी लड़ाई लड़ेंगे.
पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार यही नहीं रुकी बल्कि चंडीगढ़ को पंजाब में तत्काल स्थांतरित करने को लेकर पंजाब विधानसभा में एक प्रस्ताव भी पारित किया. आम आदमी पार्टी द्वारा पंजाब विधानसभा में पारित प्रस्ताव को लेकर अब हरियाणा सरकार पूरी तरह से हमलावर हो गई है.
चंडीगढ़ को लेकर आम आदमी पार्टी के आक्रामक रुख को देखते हुए भाजपा शासित और पंजाब के पड़ोसी राज्य हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आम आदमी पार्टी को दोगली पार्टी कह दिया. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी यह सब किसी के इशारे पर कर रही है यह सब जानते हैं.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक अन्य बयान में यह भी कहा था कि हरियाणा पंजाब का छोटा भाई है, लेकिन छोटा भाई तभी तक सम्मान करता है जब तक कि छोटे भाई का सम्मान किया जाए उसके साथ प्रेम पूर्वक व्यवहार किया जाए.
पंजाब पहले #SYL का पानी दे, हमारे 400 हिंदी भाषी गांव दे, उसके बाद आगे की बात होगी। pic.twitter.com/l1C3JsxuZw
— Manohar Lal (मोदी का परिवार) (@mlkhattar) April 3, 2022
मनोहर लाल खट्टर ने यह भी कहा कि चंडीगढ़ का विवाद से पहले कई और जरूरी मुद्दे और विवाद हैं उन्हें पहले सुलझाया जाना चाहिए. जिसमें मनोहर लाल खट्टर ने SYL और पंजाब में स्थित 400 के करीब हिंदी भाषी गांव का मामला उठाया.
मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा से दिल्ली को वाटर सप्लाई को लेकर भी केजरीवाल सरकार को आड़े हाथों लिया. बताते चलें कि चंडीगढ़ सिर्फ पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी ही नहीं है बल्कि वह एक केंद्र शासित प्रदेश भी है.
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