India- China Clash Viral Video Row: भारत और चीन के सैनिकों के बीच तवांग(Tawang) में हुए ताजा मुठभेड़ का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहा है वायरल जानिए आखिर क्या है इस वीडियो की सच्चाई
भारत और चीन के सैनिकों के बीच बीते 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग(Tawang Clash) में हुए मुठभेड़ को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल(Viral Video) हो रहा है. इस वीडियो को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो 9 दिसंबर का है जबकि सच्चाई इससे परे है.
इस वीडियो को बड़े पैमाने पर देखा और शेयर किया जा रहा है. साथ ही जो वीडियो में कैप्शन दिए जा रहे हैं उसमें भी इसे भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए ताजा मुठभेड़ का बताया जा रहा है. जबकि वीडियो को देखकर कोई भी कह सकता है कि यह 9 दिसंबर की घटना का वीडियो नहीं हो सकता है.
इसके पीछे जो सबसे अहम बात है वह है इस वीडियो में जो सैनिक नजर आ रहे हैं वह भारत और चाइना के तो जरूर हैं लेकिन उनके पहनावे से ऐसा लग रहा है कि जिस समय यह वीडियो रिकॉर्ड किया गया उस समय वहां का मौसम सर्दियों(Winter) का नहीं रहा होगा साथ ही जिस पहाड़ पर यह मारपीट का वीडियो जारी हुआ है वहां कहीं भी का दूर-दूर तक बर्फ(Snow) के नामोनिशान नहीं हैं.
बताते चलें कि अरुणाचल के तवांग में जहां भारत और चीन के सैनिकों के बीच ताजा झड़प हुई है वह जगह काफी ऊंचाई पर है. इस जगह की ऊंचाई 17000 फीट के आसपास बताई जाती है और इतनी ऊंचाई पर और ऐसे सर्द मौसम में बर्फ का ना होना यह साफ करता है यह वीडियो पुराना वीडियो है, जिसे नया वीडियो बताकर वायरल किया जा रहा है.
इस वीडियो को सोशल मीडिया पर बीजेपी के कई नेताओं के द्वारा भी ताजा घटनाक्रम से जोड़कर पोस्ट किया जा रहा है और इसके साथ कहा जा रहा है कि देखो यह है मोदी सरकार जो जवाब सामने से देती है. लेकिन अब वीडियो की सच्चाई सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर बीजेपी नेताओं को ट्रोल भी किया जा रहा है.
इस वीडियो(Tawang Viral Video) में देखा जा सकता है कि एक तरफ से भारत के सैनिक और दूसरी तरफ से चीन के सैनिक आमने-सामने हैं और एक दूसरे को लाठी-डंडों से पीटते हुए नजर आ रहे हैं. 2 मिनट 20 सेकंड का यह वीडियो सोशल मीडिया पर अब तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो को देखने से यह भी पता चलता है कि भारतीय सैनिक चीन के सैनिकों पर भारी पड़ रहे हैं साथ ही वीडियो में एक आवाज भी आ रही है जो कि पंजाबी में है.
इस वीडियो को लेकर एक और खुलासा हुआ है कि यह वीडियो साल 2021 का है. इसका अर्थ यह हुआ कि वीडियो तो सही है लेकिन वीडियो को जिस तरीके से जिस घटना से जोड़कर पोस्ट किया जा रहा है वह गलत है. सबसे आश्चर्य की बात यह है कि वीडियो के वायरल होने के बाद भी सरकार की तरफ से इसको लेकर किसी प्रकार का कोई बयान जारी नहीं किया गया है.
बताते चलें कि बीते 9 दिसंबर को भारत और चीन के सैनिकों के बीच अरुणाचल के तवांग (LAC) में झड़प की घटना हुई थी. जिसमें कुछ सैनिकों को मामूली चोटें आई थी. जैसा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में अपने बयान में कहा. रक्षा मंत्री ने संसद में अपने बयान में कहा था कि बीते 9 दिसंबर को दोनों देश के सैनिकों के बीच मामूली झड़प हुई थी जिसमें किसी को गंभीर चोटें नहीं आई है और ना तो किसी की मृत्यु हुई है.
तवांग में हुए ताजा झड़प को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. विपक्ष का सवाल है कि अगर यह घटना 9 दिसंबर की है तो फिर सरकार ने इसे छुपाया क्यों और संसद में इसकी जानकारी 13 दिसंबर को क्यों दी जा रही है. संसद में जवाब देते हुए राजनाथ सिंह को यह कहते भी सुना जा सकता है कि क्योंकि बीच में छुट्टियां थी.