Varun Gandhi का Railway और Bank निजीकरण को लेकर सरकार पर जोरदार हमला, कहा इससे पांच लाख कर्मचारियों की जबरन सेवानिवृत्ति
भाजपा(BJP) के सांसद वरुण गांधी(Varun Gandhi) के सुर आजकल बदले-बदले से हैं. चाहे वो किसानों का मुद्दा या फिर छात्रों का या फिर सांप्रदायिकता का हर मुद्दे पर वरुण गांधी के स्वर अपनी पार्टी से अलग हैं.
ताजा मामला Bank और रेलवे(Railway) के निजीकरण से जुड़ा हुआ है. वरुण गांधी ने आज एक ट्वीट किया है उसमें उन्होंने लिखा है कि केवल बैंक और रेलवे का निजीकरण ही 5 लाख कर्मचारियों को जबरन सेवानिवृत्ति यानी बेरोजगार कर देगा.
अपने Tweet में वरुण गांधी देश में फैले बेरोजगारी पर चिंता जताते हुए आगे लिखते हैं कि खत्म होती नौकरियों के साथ ही लाखों परिवारों की उम्मीदें भी समाप्त हो जाती है.
वरुण गांधी ने अपने ट्वीट में एक लोक कल्याणकारी सरकार की भूमिका के बारे में भी लिखा है साथ ही उन्होंने पूंजीवाद को भी आड़े हाथों लिया.
वरुण गांधी ने कहा है कि सामाजिक स्तर पर आर्थिक और असमानता पैदा कर एक लोक कल्याणकारी सरकार पूंजीवाद को बढ़ावा कभी नहीं दे सकती.
केवल बैंक और रेलवे का निजीकरण ही 5 लाख कर्मचारियों को ‘जबरन सेवानिवृत्त’ यानि बेरोजगार कर देगा।
समाप्त होती हर नौकरी के साथ ही समाप्त हो जाती है लाखों परिवारों की उम्मीदें।
सामाजिक स्तर पर आर्थिक असमानता पैदा कर एक ‘लोक कल्याणकारी सरकार’ पूंजीवाद को बढ़ावा कभी नहीं दे सकती।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) February 22, 2022
वरुण गांधी के इस ट्वीट को मात्र आधे घंटे में 3000 से अधिक बार रिट्वीट किया गया और 10 हजार के करीब लाइक मिले हैं.
बताते चलें कि वरुण गांधी ने किसान आंदोलन के दौरान भी सरकार से नाराजगी जताई थी और कहा था कि किसानों के हक में बात होनी चाहिए. यहां तक की जब किसानों पर कथित रूप से गृह राज्य मंत्री के बेटे ने गाड़ी चढ़ाई तो उसकी भी उन्होंने निंदा की थी.
अभी यूपी में विधानसभा चुनाव(UP Election) हो रहे हैं और 23 तारीख को मतदान होने हैं. ऐसे में वरुण गांधी का पार्टी लाइन से हटकर बयान देना BJP के लिए मुसीबत पैदा करने वाला है.
सबसे बड़ी बात यह है कि वरुण गांधी(Varun Gandhi) के द्वारा बार-बार पार्टी लाइन से हटकर बयान देने के बाद भी बीजेपी के किसी भी नेता द्वारा उनके बयानों का खंडन या फिर विरोध नहीं किया जाना यह बेहद ही आश्चर्यजनक है.