
विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस भारत में निर्मित तेजस एक्सप्रेस (Tejas express)
के संचालन पर विराम लग गया है। अब यह विराम कितना लंबा होगा यह अभी साफ नहीं है। IRCTC ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि प्रबंधन ने यात्रियों की कमी के कारण सभी तेजस ट्रेनों का परिचालन रद्द करने का फैसला किया है। IRCTC ने लखनऊ-नई दिल्ली (82501/82502) तेजस एक्सप्रेस को 23 नवंबर से जबकि अहमदाबाद-मुंबई (82901/82902) तेजस एक्सप्रेस को 24 नवंबर से रद्द कर दिया है। वर्तमान सरकार जिस तरह से प्राइवेटाइजेशन को बढ़ावा दे रही है उस संदर्भ में अगर इसको देखा जाए तो यह अच्छी खबर नहीं है। क्योंकि तेजस एक्सप्रेस प्राइवेट ट्रेनों के संचालन के लिए एक रोल मॉडल था। सरकार और प्राइवेट कंपनी में यही फर्क है कंपनी मुनाफा केंद्रित होती है जबकि सरकार लोक कल्याणकारी होती है। और किसी भी लोक कल्याणकारी सरकार का बजट सर प्लस में नहीं हो सकता वो हमेशा डेफिसिट में होता है। क्योंकि सरकार का काम सिर्फ मुनाफा कमाना नहीं होता है। बल्कि अपनी जनता को को कम से कम लागत में सुविधाओं को उपलब्ध कराना होता है। हम आशा करते हैं ऐसा कुछ भी ना हो जैसा कि 2013 में हुआ था। जिसमें रिलायंस कंपनी ने एयरपोर्ट एक्सप्रेस वे का संचालन बंद कर दिया था। लेकिन तेजस एक्सप्रेस के संबंध में ऐसा कहना अभी जल्दबाजी होगी। क्योंकि अभी हालात सामान्य नहीं हैं। Corona virus के कारण सरकार और प्राइवेट कंपनियां दोनों ही बहुत ही बुरे दौर का सामना कर रही हैं।