Tablighi Jamaat banned in Saudi Arabia: सऊदी अरब ने तबलीगी जमात(Tablighi Jamaat) को लेकर एक सख्त कार्रवाई की है जिसकी उम्मीद शायद ही कोई कर सकता था.
सऊदी अरब ने तबलीगी जमात(Tablighi Jamaat) को आतंकवाद का द्वार करार दिया और उन्हें 1 हफ्ते के भीतर भीतर सभी मस्जिदों को खाली करने का आदेश दे दिया.
मालूम हो कि कोविड-19 की पहली लहर के दौरान तबलीगी जमात को लेकर भारत में भी सियासी पारा गर्म हो गया था.
तबलीगी जमात पर आरोप लगे थे कि इन के लोगों ने corona प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया और जानबूझकर corona को फैलाया.
कई राज्यों में इससे जुड़े लोगों की गिरफ्तारियां भी हुई. इसके मुखिया मौलाना साद को लेकर भी अफवाहों का बाजार गर्म था कि यह corona को लेकर भ्रम फैला रहे हैं.
इनकी गिरफ्तारी को लेकर भी अभियान चलाया गया लेकिन पुलिस इन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकी थी. अभी मामला कोर्ट में है और बहुत से लोग जिनकी गिरफ्तारी की गई थी, वे अब छूट भी चुके हैं.
तबलीगी जमात के बारे में मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इसके 350000000 से भी अधिक सदस्य हैं और इसका विस्तार विश्व के डेढ़ सौ से भी अधिक देशों में है.
तबलीगी जमात सुन्नी मुसलमानों का एक धार्मिक समूह है. इस जमात का मुख्य काम है इस्लाम के बारे में लोगों को समझाना और जानकारी देना.
यह जमात मोहम्मद साहब के संदेशों को फैलाने का काम करता है लेकिन बहुत बार इस समूह पर यह आरोप लगे हैं कि इस जमाग की सोच में कट्टरता है और इससे देश और समाज को खतरा है.
अब देखना यह है कि सऊदी अरब के इस फैसले का असर भारतीय राजनीति पर क्या होता है. Corona काल में पहले ही तबलीगी जमात को लेकर भारत में इसकी छवि बहुत ही ज्यादा धूमिल हुई थी.
सऊदी अरब लगातार ऐसे फैसले ले रहा है जिससे वह अपनी कट्टरवादी छवि को सुधार सके. प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान लगातार ऐसे फैसले ले रहे हैं जिससे खासकर महिलाओं की स्थिति को सुधारी जाए.