Small Saving Scheme
सरकार ने बुधवार सुबह यानी 31 मार्च को घोषणा की थी कि स्मॉल सेविंग स्कीम जैसे की सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र, PPF, टाइम डिपॉजिट, रिकरिंग डिपॉजिट,सेविंग डिपॉजिट, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट, मंथली इनकम स्कीम आदि पर मिलने वाले ब्याज दरों में कटौती की गई है.
घोषणा के अनुसार निम्नलिखित बदलाव किए गए थे.
इस घोषणा के बाद सरकार को काफी रोष का सामना करना पड़ रहा था और पांच राज्यों में चुनावों के कारण इसका प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ सकता था.
लेकिन इससे पहले ही सरकार ने आज 1 अप्रैल कि सुबह यानी कि सिर्फ 12 घंटे के अंदर ही अपने द्वारा जारी आदेश को वापस ले लिया.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अनुसार यह आदेश भूलवश जारी हो गया था जिसे कि सुधार लिया गया.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वापसी के संबंध में ट्वीट कर जानकारी दी है.
Interest rates of small savings schemes of GoI shall continue to be at the rates which existed in the last quarter of 2020-2021, ie, rates that prevailed as of March 2021.
— Nirmala Sitharaman (Modi Ka Parivar) (@nsitharaman) April 1, 2021
Orders issued by oversight shall be withdrawn. @FinMinIndia @PIB_India
जिसमें उन्होंने बताया है कि उन सभी स्कीमों जिसकी घोषणा की गई थी उनके के ब्याज दरों में कोई भी बदलाव नहीं किया जाएगा. ब्याज की दर 2020-21 के स्तर पर ही बनी रहेगी.
इस खबर से छोटे सेविंग स्कीम में निवेश करने वालों और सीनियर सिटीजन को बहुत बड़ी राहत मिली है.
अगर ब्याज दरों में यह कटौती लागू हो जाती तो यह ऐसा लगातार दूसरी बार होता क्योंकि इससे पहले अप्रैल 2020 में भी सरकार ने बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज दरों में कटौती की थी. अप्रैल 2020 में 1.40 प्रतिशत तक की कटौती की गई थी.
कल जब इस कटौती की घोषणा की गई थी तब विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं ने और साथ-साथ आर्थिक नीतियों के जानकारों ने भी सरकार के इस फैसले पर आपत्ति दर्ज कराई थी.