Rehabilitation Of Hindu Bengali Families Displaced From Bangladesh in UP: 1970 में आज के बांग्लादेश और तब के पूर्वी पाकिस्तान से भारत आए हिंदू बंगाली परिवारों को योगी आदित्यनाथ सरकार का साथ, जमीन और मकान कराए उपलब्ध, कहा दशकों से वंचित लोगों को मिला न्याय
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(Yogi Adityanath) ने एक कार्यक्रम में 1970 में वर्तमान बांग्लादेश(Bangladesh) और उस समय के पूर्वी पाकिस्तान से विस्थापित होकर भारत आए 63 हिंदू बंगाली परिवारों(Hindu Bengali Families) के पुनर्वास के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए उन्हें खेती और मकान के लिए जमीन के कागज सौंपे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(CM Yogi) ने कहा ये परिवार बीते कई दशकों से यहां-वहां भटक रहे थे. बंजारों की जिंदगी जी रहे थे. जब यह भारत आए थे तो इनको नौकरी दी गई थी. लेकिन 1984 में इनकी नौकरी भी चली गई और उसके बाद इनका जीवन और कष्टमय हो गया.
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि मोदी सरकार(Modi Government) जब नया कानून लेकर आई थी उसी समय से हम लोग अपने राज्य में उन लोगों की तलाश शुरू कर दी थी जो कि बांग्लादेश अफगानिस्तान पाकिस्तान इत्यादि से विस्थापित होकर भारत आए थे और अत्यंत ही कष्ट में जीवन व्यतीत कर रहे थे.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि corona जैसी महामारी के बावजूद भी उत्तर प्रदेश सरकार इन लोगों की तलाश और इनके पुनर्वास के लिए पुरजोर कोशिश करती रही और राजस्व विभाग ने भी बढ़ चढ़कर कदम उठाया. जिसका नतीजा है कि आज इन परिवारों को मकान और जमीन उपलब्ध कराए जा रहे हैं.
नीचे वीडियो में देखिए योगी आदित्यनाथ ने पूर्वी पाकिस्तान से विस्थापित होकर भारत आए बंगाली हिंदू परिवारों के लिए क्या कहा..
वर्ष 1970 में पूर्वी पाकिस्तान से विस्थापित 63 हिंदू बंगाली परिवारों के पुनर्वासन हेतु आयोजित कार्यक्रम में… https://t.co/ajeCt147bW
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) April 19, 2022
दूसरी तरफ हाल के दिनों में दिल्ली(Delhi) सहित अन्य राज्यों में भड़की हिंसा को देखते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश में सख्त नियम लागू कर दिए हैं. अब उत्तर प्रदेश में किसी भी धार्मिक यात्रा के आयोजन के लिए इजाजत जरूरी होगी.
मामले की गंभीरता को देखते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार ने सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां 4 मई तक रद्द कर दी है. साथ ही यह घोषणा भी की गई है कि कहीं भी किसी जगह माइक के द्वारा धार्मिक आयोजन किया जाता है तो उसकी आवाज आयोजन परिसर से बाहर नहीं जानी चाहिए, जिससे कि अन्य लोगों को तकलीफ हो.
वहीं दिल्ली जहांगीरपुरी हिंसा मामले में गोली चलाने वाले आरोपी असलम ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. उसने पुलिस को दिए बयान में या बताया है कि उसने ही उस दिन गोली चलाई थी. बताते चलें कि दिल्ली हिंसा मामले में अभी तक 21 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.