मोदी सरकार ने देश की महत्वकांक्षी योजना मिड डे मील(Mid Day Meal) का नाम बदल दिया है. अब इस योजना को पीएम पोषण योजना (PM POSHAN YOJNA) के नाम से जाना जाएगा. पीएम पोषण योजना के अंतर्गत 11.2 लाख सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के 11.80 करोड़ बच्चे लाभान्वित होंगे. इस योजना पर 5 साल में 1.31 लाख करोड़ की धनराशि खर्च की जाएगी.
पीएम पोषण(PM POSHAN) योजना को केंद्र और राज्य सरकार मिलकर चलाएंगी. लेकिन इसमें ज्यादा योगदान केंद्र सरकार का होगा. इसकी जानकारी कैबिनेट मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और अनुराग ठाकुर ने दी है.
Union Cabinet gives nod to start PM POSHAN scheme to provide mid-day meal to students of more than 11.2 lakh Govt and Govt-aided schools across the country. The scheme will run for 5 years & Rs 1.31 lakh crores will be spent: Union Minister Anurag Thakur pic.twitter.com/YfVB87B4jT
— ANI (@ANI) September 29, 2021
1 से 5 साल के बच्चे जो प्री स्कूल में पढ़ते हैं जिसे बाल वाटिका(Bal Vatika) के नाम से जाना जाता है. वो बच्चे भी पीएम पोषण(PM POSHAN) योजना के अंतर्गत आएंगे. इस योजना के अंतर्गत इन बच्चों को दोपहर का भोजन मुफ्त दिया जाएगा.
वैसे तो इस योजना में मिड डे मील स्कीम के अंतर्गत जो भी बातें थी वह सभी लागु हैं लेकिन इसमें बहुत सारी नई चीजें जोड़ी गई हैं. अब इस योजना के अंतर्गत इस्तेमाल होने वाले खाद्यान्न लोकल स्तर पर उपजाए जाएंगे. जिससे कि बच्चों को शुद्ध एवं पोषण युक्त आहार मिलेगा साथ ही स्थानीय किसानों को भी फायदा होगा.