जम्मू कश्मीर(Jammu Kashmir) सरकार आतंकवाद पर नकेल कसने के लिए एक बड़ी कार्यवाही को अंजाम दे रही है. जम्मू कश्मीर पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत जेल में बंद आतंकवादियों को अब दूसरे राज्यों में भेजा जा रहा है.
Jammu & Kashmir Government directs to remove/shift 26 detenues who have been detained under the provisions of Jammu & Kashmir Public Safety Act, 1978 from their present place of lodgement to Central Jail, Agra, Uttar Pradesh with immediate effect.
— ANI (@ANI) October 22, 2021
मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि सरकार ऐसा इसलिए कर रही है क्योंकि सरकार को ऐसा लग रहा है कि कहीं न कहीं जेल में बंद हार्डकोर आतंकवादी जेल से ही आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने में भूमिका निभा रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट में यह कहा जा रहा है कि जेल में बंद आतंकवादी जेल से ही बाहर में स्लीपर सेल को एक्टिव करते हैं और फिर आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दिया जाता है.
इन सब बातों के मद्देनजर अब जम्मू कश्मीर के जेलों में बंद आतंकवादियों को दूसरे राज्यों के जेलों में स्थानांतरित किया जा रहा है. 26 आतंकवादियों के पहले जत्थे को उत्तर प्रदेश के आगरा सेंट्रल जेल(Agra Central Jail) में शिफ्ट किया जा रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कैदियों के पहले जत्थे को श्रीनगर एयरपोर्ट पर लाया गया और फिर वहां से चार्टर्ड प्लेन के द्वारा यूपी के लिए रवाना किया गया.
कुछ मीडिया रिपोर्ट में यह बात भी सामने आ रही है कि जिन कैदियों को शिफ्ट किया जाना है उनको कैटेगरी A और B में बांटा गया है. और दोनों कैटेगरी मिलाकर लगभग 100 कैदी हैं जिन्हें कि देश के अन्य जेलों में शिफ्ट किया जाएगा.
हाल में जम्मू कश्मीर में आतंकवादी घटनाएं बढ़ गई हैं. खासकर आतंकवादी जम्मू कश्मीर में रह रहे बाहरी लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं. सुरक्षाबलों को यह संदेह है कि इन घटनाओं में जेल में बंद हार्डकोर आतंकवादियों का हाथ हो सकता है.
मालूम हो कि अभी हाल में ही जम्मू कश्मीर में बिहार के दो मजदूरों की हत्या कर दी गई थी. उसमें से एक मजदूर बांका(Banka) जिले का रहने वाला था जो कि वहां पानी पूरी की दुकान करता था. और उससे पहले एक केमिस्ट और स्कूल टीचर की भी हत्या की गई थी.
इन हत्याओं के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार ने एक निर्देश जारी कर प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा को देखते हुए उनको मिलिट्री कैंप में रहने को बुला लिया था.
वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह बात भी सामने आ रही है कि हो सकता है कि जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों पर नकेल कसने के लिए सरकार कुछ नया कदम उठाने जा रही है. यानी कि फिर से जम्मू कश्मीर में कुछ बड़ा होने की संभावना है.
मालूम हो कि धारा 370 के खत्म होने के बाद जम्मू-कश्मीर के हालात फिर से खराब हो गए हैं. Corona में लॉकडाउन के समय आतंकवादी घटनाओं पर लगाम लग गया था. लेकिन फिर से जम्मू कश्मीर में आतंकवादी घटनाएं बढ़ने लगी है.
अगर आंकड़ों की बात करें तो 2012 के बाद जम्मू कश्मीर में आतंकवाद की घटनाओं पर नकेल लगने शुरू हो गए थे. और यही स्थिति 2019-20 तक बरकरार रही थी. लेकिन एक बार फिर से आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर में कोहराम मचाना शुरू कर दिया है.