In Delhi Four Dead After Falling into Sewer: दिल्ली में MTNL का काम कर रहे तीन कर्मचारियों की गहरे सीवर में गिर कर मौत NDRF की टीम रात भर करती रही मशक्कत लेकिन नहीं बचा पाई जान
देश की राजधानी दिल्ली से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जहां एक साथ 4 लोगों की जान सीवर में गिरने से चली गई.
बताया जा रहा है कि मामला दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर का है. जहां भारत संचार निगम(MTNL) के कुछ कर्मचारी काम कर रहे थे और काम करने के दौरान ही 3 कर्मचारी गहरे सीवर(Sewer) में गिर गए.
कहते हैं भला करने वाले के साथ हमेशा भला होता है. लेकिन यह बात हमेशा लागू नहीं होती है, क्योंकि इस घटना में उस शख्स की भी मौत हो गई जो इन तीन कर्मचारियों को बचाने के लिए सीवर में कूदा था.
मालूम हो कि जब यह तीनों कर्मचारी शिविर में गिरे तो पास खड़े एक रिक्शेवाले ने मानवता को प्रथम स्थान देते हुए बिना अपनी जान की परवाह किए सीवर में कूद गया. लेकिन दुर्भाग्यवश वो कर्मचारियों की जान नहीं बचा सका साथ ही अपनी जान से भी हाथ धो बैठा.
यह घटना कल शाम की है. कर्मचारियों के सीवर में गिरने की सूचना मिलते ही तत्काल नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट(NSDRF) की टीम और पुलिस बल वहां पहुंच गए थे. देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन(Rescue Operataion0 जारी रहा. लेकिन चारों में से किसी को भी नहीं बचाया जा सका.
सरकार और सरकारी विभागें लाख दावा करे लेकिन दुर्घटना ने एक बार फिर से दिल्ली की सच्चाई उजागर कर दी है कि कर्मचारियों को काम करते वक्त जिन जीवन रक्षक सुरक्षा उपकरणों की जरूरत होती है अक्सर उनके पास नहीं होते हैं और ऐसी दुर्घटनाएं होती रहती हैं.
अगर दिल्ली में खुले सीवर और नाला नालियों की बात करें तो कुछ संभ्रांत इलाकों को छोड़ दें तो हर जगह यह खुले रुप से मौत को निमंत्रण देते दिख जाएंगे.
हम यहां दिल्ली की कुछ तस्वीरें दिखा रहे हैं जिसमें खुली हुई नालियों और बच्चों के खेलने वाले मैदान के बगल में ही खुला हुआ बड़ा नाला और कूडे का अंबार दिखाई देता है .
\
दूसरी तरफ ये तस्वीर दिल्ली की एक कच्ची कॉलोनी की है. जहां दिल्ली सरकार द्वारा बनाए गए नालों पर ढक्कन नहीं लगाया गया है एक तरफ इनसे जान को खतरा है तो वहीं दूसरी तरफ यह डेंगू और मलेरिया को पनपने का भी अनुकूल वातावरण मुहैया कराते हैं.