Golden Temple Youth Killing: कल स्वर्ण मंदिर में बेअदबी मामले की जांच के लिए SIT का गठन कर दिया गया है. SIT 48 घंटे में तैयार करेगी अपनी रिपोर्ट, भीड़ द्वारा मारे गए युवक पर क्यों लगी धारा 370 जानिए.
कल स्वर्ण मंदिर(Golden Temple) में एक युवक पर यह आरोप है कि उसने गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान किया, मालूम हो कि अपमान की इस घटना के बाद भीड़ ने युवक को पीट-पीटकर मार डाला था.
अब इस बेअदबी और हत्या की घटना की जांच के लिए पंजाब सरकार ने एक हाई पावर SIT का गठन कर दिया है.
SIT को अपनी रिपोर्ट 48 घंटे के भीतर पंजाब सरकार को सौंपने होगी. इस घटना की तह तक जाने के लिए पंजाब पुलिस स्वर्ण मंदिर और आसपास के इलाकों में लगे सभी CCTV कैमरों की जांच कर रही है.
जिस युवक पर यह आरोप है कि उसने स्वर्ण मंदिर के भीतरी परिसर में गुरु ग्रंथ साहिब बेअदबी की और श्री साहिब यानी कृपाण को हाथ में उठा लिया था, उसकी पहचान अभी तक सुनिश्चित नहीं हो पाई है.
बेअदबी का आरोप झेल रहे मृत युवक का शव अभी मोर्चरी में रखा गया है. आज उसका पास पोस्टमार्टम नहीं हो पाया. इसके पीछे पुलिस का कहना है कि शव की पहचान के लिए उसे 72 घंटे के लिए मुर्दाघर में रखा गया है.
पंजाब पुलिस की तरफ से युवक पर 307 यानी हत्या का प्रयास और 295ए की धारा लगाई गई है. जांच में यह बात सामने आई है कि वह युवक दिन में ही स्वर्ण मंदिर के भीतर आया था और उसने इस बेअदबी को अंजाम शाम में दिया.
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि युवक ने गुरु ग्रंथ साहिब के पास रखिए श्री साहिब को अपने हाथों में उठाया था और उसके पैर गुरु ग्रंथ साहिब पर रख के कपड़े पर भी पड़ रहा था.
जानिए आखिर क्यों Golden Temple में बेअदबी के आरोपी युवक की मौत के बाद भी उस पर 307 का मुकदमा दर्ज किया गया
अब आते हैं इस बात पर कि आखिर मृत युवक पर हत्या के प्रयास मुकदमा कैसे दर्ज हुआ. तो किसके पीछे मूल कारण यह है कि सुप्रीम कोर्ट के रूलिंग में श्री गुरु ग्रंथ साहिब को जीवित गुरु माना गया है. इस कारण उस युवक पर हत्या के प्रयास के तहत 307 का मुकदमा दर्ज किया गया.