Free Graduation in Foreign: दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल(Arvind Kejriwal) ने पंजाब(Punjab) में एक नया सियासी दांव खेला है. केजरीवाल ने कहा है अगर पंजाब में उनकी सरकार(AAP) सत्ता में आती है तो SC कम्युनिटी से आने वाले सभी युवा जो भी ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए विदेश जाना चाहेंगे उन्हें सरकारी खर्चे पर विदेश में पढ़ने का मौका दिया जाएगा.
अरविंद केजरीवाल(Arvind Kejriwal) ने कहा कि SC कम्युनिटी से आने वाले सभी बच्चों को सरकारी खर्चे पर विदेश में ग्रेजुएशन करने का मौका मिलेगा अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है.
केजरीवाल ने पंजाब की जनता से एक वादा और किया, केजरीवाल ने कहा अगर परिवार में कोई भी व्यक्ति बीमार होगा तो उसके इलाज का पूरा खर्चा आम आदमी पार्टी की सरकार देगी, अगर आम आदमी पार्टी(AAP) पंजाब में सत्ता में आती है तो.
इसी बीच केजरीवाल ने पिछले दिनों महिलाओं के लिए किए गए घोषणाओं की भी याद दिलाई. केजरीवाल ने एक बार फिर से कहा की पंजाब की प्रत्येक महिला को जिनकी उम्र 18 साल से अधिक होगी उन्हें ₹1000 प्रति महीने उनके अकाउंट पर भेजा जाएगा.
अगर SC भाईचारे का कोई भी बच्चा ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए विदेश जाना चाहेगा तो उसका सारा खर्च पंजाब सरकार देगी। आपके परिवार में कोई भी बीमार होगा, सारा खर्च पंजाब सरकार देगी। हर महिला को 1000 रुपये हर महीने पंजाब सरकार देगी: AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल https://t.co/RyACSe7bv5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 7, 2021
मालूम हो कि कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाकर पंजाब में एससी कार्ड खेला था. उसी को देखते हुए आज केजरीवाल ने भी SC वोटरों को रिझाने की कोशिश की है.
आज की घोषणाओं से यह बात साफ है कि केजरीवाल पंजाब के युवाओं और महिलाओं पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं लेकिन साथ ही वह बुजुर्गों को भी अपने साथ रखने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते.
मुफ्त इलाज का वादा एक प्रकार से मास्टर स्ट्रोक साबित हो सकता है क्योंकि दिल्ली में भी केजरीवाल सरकार ने मोहल्ला क्लीनिक जैसे प्रयोगों को किया और केजरीवाल को इसमें सफलता भी मिली है.
अब देखना यह है कि जनता अपना निर्णय क्या सुनाती है. यह तो आने वाले चुनाव में मिलने वाले मत प्रतिशत से ही साबित होगा. वैसे पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह और बीजेपी भी सक्रिय हो गए हैं.
पंजाब में अभी जो मुख्य मुकाबला है वह आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच है लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह के बागी हो जाने के बाद और नई पार्टी के गठन के कारण मामला त्रिकोणीय होने की संभावना है.