Dharam Singh Saini ने भी आज BJP से किया किनारा, Akhilesh Yadav ने सामाजिक न्याय का योद्धा बतलाते हुए समाजवादी पार्टी में किया स्वागत
भारतीय जनता पार्टी(BJP) में पार्टी छोड़ने वालों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. दो दिन पहले स्वामी प्रसाद मौर्य कल दारा सिंह चौहान और आज धर्म सिंह सैनी ने भी बीजेपी का साथ छोड़ दिया.
मालूम हो कि धर्म सिंह सैनी उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ सरकार में राज्य मंत्री थे. उनके पास खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग था.
सैनी ने अपने इस्तीफे में अपनी पार्टी पर दलितों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है.
गौरतलब है कि दो अन्य मंत्रियों स्वामी प्रसाद मौर्य और दारा सिंह चौहान ने भी यही बातें कहकर BJP से किनारा किया था.
धर्म सिंंह सैनी का इस्तीफा
वहीं गिरफ्तारी वारंट जारी होने को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी पर हमलावर दिख रहे हैं.
मालूम हो कि कल स्वामी प्रसाद मौर्य पर 8 वर्ष पुराने एक मामले MP MLA कोर्ट में पेश नहीं होने के कारण गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने वारंट जारी होने को लेकर कहा है कि 8 साल पुराने मामले में मेरे इस्तीफा देते हैं वारंट जारी किया गया. अभी ऐसे दर्जनों केस भी दर्ज होंगे फिर भी मेरा मनोबल नहीं टूटेगा और बीजेपी को नेस्तनाबूद कर के ही हम दम लेंगे.
मालूम हो कि स्वामी प्रसाद मौर्य पिछड़े वर्ग के कद्दावर नेता माने जाते हैं और इनके साथ एक बड़ा जनसमर्थन भी है. स्वामी प्रसाद मौर्य बहुजन समाजवादी पार्टी को छोड़कर बीजेपी के साथ आए थे.
अब स्वामी प्रसाद मौर्य धर्म सिंह सैनी दारा सिंह चौहान आदि नेताओं के जाने से वास्तविक रुप से बीजेपी को कितना नुकसान होगा यह तो चुनाव के परिणामों से ही साफ हो पाएगा.
लेकिन इन नेताओं के जाने से बीजेपी में जहां चिंतन मनन और मंथन का दौर जारी है वहीं बीजेपी के नेता केशव प्रसाद मौर्य जो कि अभी वर्तमान योगी आदित्यनाथ सरकार में उप मुख्यमंत्री के पद पर हैं उनका कद जरूर बढ़ जाएगा.
इसके पीछे मूल कारण है बीजेपी यह कतई नहीं चाहेगी कि दलित समाज को किसी भी कीमत पर नाराज किया जाए.
क्योंकि यह इतिहास गवाह है उत्तर प्रदेश हो या बिहार की राजनीति यहां दलित वर्ग से किनारा कर के कोई पार्टी अपनी सरकार कभी भी बना पाई है.