Central Vista Project के कार्यों का जायजा लेने आज खुद प्रधानमंत्री मोदी(PM MODI) पहुंचे थे. प्रधानमंत्री मोदी ने एक-एक कर लगभग सारे कार्यों की जानकारी ली. लगभग 1 घंटे के करीब वह निर्माण स्थल पर रुके. मालूम हो कि सेंट्रल विस्ता प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इस प्रोजेक्ट के महत्व को इसी बात से समझा जा सकता है corona काल में भी इस प्रोजेक्ट को नहीं रोका गया. सेंट्रल विस्ता प्रोजेक्ट टाटा ग्रुप को दिया गया है.
इस प्रोजेक्ट को लेकर काफी हो हल्ला मचा था लेकिन निचली अदालत से लेकर सर्वोच्च अदालत तक ने इस प्रोजेक्ट से जुड़ी आपत्तियों को खारिज कर दिया था. कुछ इतिहासकार और पर्यावरणविद साथ ही विपक्ष बार-बार यह आरोप लगा रहे थे कि इस प्रोजेक्ट से इतिहास के साथ-साथ पर्यावरण को भी क्षति पहुंचेगा.
गलत जानकारी के कारण सुशील मोदी फिर चर्चा में पीएम मोदी को लेकर किए थे अपने विचार प्रकट
बिहार के भूतपूर्व उपमुख्यमंत्री और वर्तमान में राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी अक्सर अपने दिए गए वक्तव्यों के कारण चर्चा में रहते हैं. इस बार भी उनके द्वारा एक गलत जानकारी दिए जाने के कारण वह सुर्खियों में आ गए यह गलत जानकारी उन्होंने अपने भाषण के दौरान भी दी थीऔर साथ ही अपने टि्वटर हैंडल से भी इसी गलत जानकारी को ट्वीट भी कर दिया.
सुशील कुमार मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट किया और उस ट्वीट में लिखा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आजादी के बाद पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो कि मुख्यमंत्री के बाद प्रधानमंत्री बने हैं. उनके ट्वीट करने के तुरंत बाद लोगों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई.
हजारों की संख्या में लोगों ने उनके इस गलत जानकारी को लेकर सवाल उठाए और साथ ही सही जानकारी को भी साझा किया. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के बाद सीधे प्रधानमंत्री बनने वाले पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं हैं. इनसे पहले पांच ऐसे लोग हैं जो कि मुख्यमंत्री के बाद प्रधानमंत्री बने थे.
मुख्यमंत्री के बाद प्रधानमंत्री बनने के क्रम में सबसे पहला नाम मोरारजी देसाई का आता है, वह महाराष्ट्र मुख्यमंत्री थे और उसके बाद वह सीधे प्रधानमंत्री बने थे. चौधरी चरण सिंह बी पी सिंह इत्यादि नाम ऐसे हैं जो मुख्यमंत्री के बाद सीधे प्रधानमंत्री बने थे और ये सब आजादी के बाद की घटना है.
सुशील मोदी की इस गलत जानकारी पर लोग टिप्पणी कर रहे हैं कि उन्हें इस तरह की जानकारी को साझा कर लोगों को गुमराह नहीं करना चाहिए. ऐसा सुशील मोदी ने पहली बार नहीं किया है सुशील मोदी कई बार गलत जानकारी को लेकर चर्चा में रहे हैं.
कल किसानों ने बुलाया है भारत बंद
कल यानि सोमवार को भारतीय किसान यूनियन और अन्य किसान संगठनों ने भारत बंद का आवाहन किया है. किसान संगठनों ने कहा है कि कल बहुत जरूरी होने पर ही अपने घरों से निकलें.
किसान यूनियन ने आम जनता से इस बंद को सफल बनाने का आह्वान किया है कल ट्रेन और सड़क मार्ग बाधित रहेंगे साथी सरकारी दफ्तरों को भी बंद रखने का आह्वान किया गया है. छोटे व्यापारियों से भी बंद का समर्थन करने को कहा गया है.
किसानों का कहना है जब तक कि 3 कृषि कानून वापस नहीं हो जाती तब तक हमारी घर वापसी नहीं होगी किसानों का आरोप है कि सरकार इन तीन कृषि कानूनों के माध्यम से किसानों के हक को छीन लेना चाहती और किसानों को व्यापारियों के हाथों की कठपुतली बना देना चाहती है.
मालूम हो कि किसानों और सरकार के बीच कई दौर वार्ताओं के बाद भी कोई रास्ता नहीं निकला था और अंततः वार्ताओं के दौर का दौर भी समाप्त हो गया और अभी किसानों में और सरकार में लगभग बातचीत बंद है इसलिए किसानों के पास अंतिम विकल्प यहीं है कि वह आंदोलन को और तेज करें और इन तीन कृषि कारणों को वापस लेने पर सरकार को मजबूर कर दें, ऐसा किसान यूनियन का कहना है.
गन्ने की एमएसपी(MSP) में बढ़ोतरी किसान नेताओं ने कहा यह किसानों के साथ मजाक
गन्ने की एमएसपी में सरकार द्वारा बढ़ोतरी की गई प्रति कुंटल 35 रुपए की बढ़ोतरी की गई. इस बढ़ोतरी को जहां सरकार ऐतिहासिक बता रही है वही किसान नेताओं का कहना है कि यह सरकार किसानों के साथ एमएसपी के नाम पर मजाक कर रही है. निकट भविष्य में यूपी में चुनाव होने वाले हैं. इस कारण गन्ना किसानों को संतुष्ट करना सरकार के लिए प्राथमिकता है.