Bihar Begusarai Firing Incident Updates: बिहार बेगूसराय कांड में शामिल आरोपियों पर प्रशासन की सख्ती 50 हजार इनाम की घोषणा आरोपियों की जानकारी देने वालों की पहचान रखी जाएगी गुप्त, Mobile Number किए गए जारी..
Bihar Begusarai :बिहार के बेगूसराय गोली कांड को लेकर पुलिस प्रशासन ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है. आरोपियों के वीडियो फुटेज के आधार पर पोस्टर जारी कर दिए गए हैं और इन्हें पकड़वाने वालों को इनाम में 50 -50 हजार रुपए देने की घोषणा भी की गई है.
जो भी व्यक्ति आरोपियों की पहचान या जानकारी देगा उस व्यक्ति की पहचान पूर्णरुप से गोपनीय रखी जाएगी. ऐसा इसलिए क्योंकि अपराधियों के तेवर को देखते हुए पहचान उजागर करने वाले व्यक्ति की सुरक्षा का भी पुलिस ध्यान रख रही है.
DIG ने कहा: बेगूसराय पुलिस जोन के DIG ने बताया कि पुलिस द्वारा बेगूसराय कांड के संदिग्धों का फोटो जारी किया गया है.अपराधियों की पहचान को लेकर उन्होंने बतलाया कि एक अपराधी ने नारंगी शर्ट पहना है.
DIG ने आगे कहा कि उसके पीछे बैठे संदिग्ध के बारे में जो भी पुलिस को सही सूचना देगा उसे पचास हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा तथा उसकी पहचान गुप्त रखी जाएगी. पुलिस को सूचना 9431822953 या 9431800011 पर कॉल, SMS WHATSAPP के माध्यम से दिया जा सकता है.
मालूम हो कि बीते दिन बिहार के बेगूसराय में ताबड़तोड़ फायरिंग(Begusarai Kand) कर अपराधियों ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी थी. इस फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि 9 अन्य घायल हो गए थे. इस घटना के बाद बेगूसराय निवासियों में प्रशासन को लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है.
वहीं बेगूसराय गोली कांड के बाद विपक्ष ने भी सरकार को घेरने की पूरी कोशिश की है. बीजेपी ने बंद का आह्वान किया है. वहींं इस पूरी घटना पर CM नीतीश कुमार ने प्रशासन को सख्त निर्देश दिए. मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि हम कह रहे हैं कि ऐसी घटना जब हुई हैं तो फिर हो सकती है. इसलिए प्रशासन को चुस्त-दुरुस्त रहने की जरूरत है.
बेगूसराय में जिस प्रकार की घटना हुई उस घटना को लेकर चारों तरफ भय का माहौल है. क्योंकि अपराधियों ने जिस प्रकार से इस घटना को अंजाम दिया वह बेहद ही खतरनाक था. अपराधी लगभग 30 किलोमीटर के रास्ते में कई जगहों पर फायरिंग करते रहे और लोगों को घायल करते रहे.
अपराध के इस पैटर्न से यह तो साफ लगता है कि इस घटना को किसी आपसी रंजिश या गुटबाजी के तौर पर नहीं देखा जा सकता है. क्योंकि अपराधियों ने सड़क पर आम लोगों को अपना निशाना बनाया. इसलिए ऐसा कहा जा सकता है कि अपराधियों की मनसा यह थी कि वे लोगों के दिल में खुद को लेकर दहशत फैलाना चाह रहे थे.
बिहार में वैसे तो अपराधियों के हौसले बीते कई सालों से बुलंद हैं लेकिन जबसे नीतीश कुमार ने भाजपा का दामन छोड़ा है और RJD का दामन थामा है, अपराध की किसी भी घटना को विपक्ष द्वारा जंगलराज का परिणाम बताया जा रहा है.