भारत गौरव ट्रेन (Bharat Gaurav Train) की शुरुआत की घोषणा, भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों को भारत एवं विश्व के लोगों को जानने और समझने के लिए रेलवे का एक बेहतरीन प्रयास.
भारत गौरव ट्रेन से देश और दुनिया को भारतीय सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक स्थल तक सुगमता से पहुंचाने का रेलवे ने संकल्प लिया है.
भारत गौरव ट्रेन के परिचालन में प्राइवेट सेक्टर की भी हिस्सेदारी होगी. यानी इस ट्रेन के संचालन में प्राइवेट सेक्टर भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकते हैं.
इस ट्रेन में यात्रियों को बहुत सारी सुविधाएं दी जाएंगी जिसमें ट्रांसपोर्ट होटल और लोकल स्तर पर भी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी.
आज रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने बताया कि भारत में 180 से भी अधिक भारत गौरव ट्रेनें चलाने की योजना है. प्राइवेट सेक्टर के उद्यमी इन ट्रेनों को लीज पर लेकर चला सकेंगे. साथ ही प्राइवेट सेक्टर के लोग इस ट्रेन का रूट से लेकर किराया तक तय कर सकते हैं.
प्राइवेट सेक्टर को परिचालन में भागीदार बनाने के पीछे सरकार का तर्क है कि इससे सर्विस की क्वालिटी बेहतर हो पाएगी साथ ही रेलवे को भी इससे मुनाफा होगा.
इस ट्रेन के परिचालन में एक खासियत यह भी है कि अगर कोई चाहे तो इस ट्रेन के रैक को सिक्योरिटी डिपॉजिट कर बुक कर सकता है.
भारत गौरव ट्रेन के एक रैक को बुक करने के लिए ₹100000 पंजीकरण शुल्क देना होगा. अगर कोई इस ट्रेन को लीज पर लेना चाहता है तो राइट टू यूज की अवधि 2 से 10 वर्ष की होगी.