Babul Supriyo बंगाल चुनाव में BJP के चर्चित नामों में से एक थे. इन्होंने TMC को मात देने के लिए मंत्री और लोकसभा सांसद होते हुए भी पश्चिम बंगाल से MLA का चुनाव लड़ा था.
लेकिन दुर्भाग्यवश बाबुल सुप्रियो यह चुनाव नहीं जीत पाए. एमएलए का चुनाव हारने और केंद्र में मंत्री पद से छुट्टी होने के बाद बाबुल सुप्रियो बीजेपी से खफा चल रहे थे.
ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि बाबुल सुप्रियो जल्द ही कुछ बड़ा फैसला लेने वाले हैं.
टीएमसी में शामिल होने के सवाल पर बाबुल सुप्रियो ने बार-बार इनकार किया था लेकिन आज बाबुल सुप्रियो ने आखिरकार बीजेपी को छोड़ टीएमसी का दामन थाम ही लिया.
I meant it from my heart when I said I'll leave politics. However, I felt there was a huge opportunity that was entrusted upon me (on joining TMC). All my friends said my decision to leave politics was wrong and emotional: Former BJP leader Babul Supriyo after joining TMC today pic.twitter.com/y3OyymSc6a
— ANI (@ANI) September 18, 2021
जब से पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की टीएमसी ने बंगाल विधानसभा चुनाव में 294 सीटों में से 213 सीटों पर जबरदस्त वापसी की है, तब से टीएमसी छोड़ बीजेपी में शामिल हुए नेताओं का TMC में शामिल होना जारी है.
अगर ऐसे ही हालात रहे तो जल्द ही कई और वर्तमान विधायक और सांसद टीएमसी में शामिल हो सकते हैं, ऐसा दावा टीएमसी के कई नेताओं द्वारा किया जा रहा है.
मालूम हो कि बंगाल की वर्तमान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भवानीपुर सीट से उपचुनाव लड़ने वाली हैं. बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को उनके निकटतम प्रतिद्वंदी टीएमसी के पूर्व नेता और बीजेपी के प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम सीट से चुनाव हरा दिया था.
चुनाव हारने के बाद ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए 6 माह के भीतर किसी भी विधानसभा सीट से चुनाव जीतना अनिवार्य है. इसलिए ममता बनर्जी ने भवानीपुर विधानसभा सीट को अपने लिए चुना है. ममता बनर्जी पहले भी इस सीट से चुनाव जीतती रही हैं.
पहले ऐसा लग रहा था कि भवानीपुर सीट से बीजेपी कोई मजबूत उम्मीदवार को ममता बनर्जी के खिलाफ खड़ा करेगी लेकिन बीजेपी ने एक ऐसे उम्मीदवार को ममता बनर्जी के खिलाफ खड़ा किया है जिसने कभी भी एमएलए का चुनाव भी नहीं जीता है.
अब देखना यह है कि कमजोर उम्मीदवार को खड़ा कर बीजेपी किस रणनीति पर चल रही है. अभी बंगाल में चुनाव पूर्व हुए हिंसा से संबंधित जांच को लेकर लगातार सीबीआई दबिश बनाए हुए है.
साथ ही कोयला घोटाले को लेकर ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी से भी ईडी के द्वारा पूछताछ जारी है.