Ahmedabad Bomb Blast Case: अहमदाबाद(Ahmedabad) साल 2008 सीरियल बम ब्लास्ट(Serial blast) मामले में लगभग 13 साल बाद न्याय 49 आरोपी दोषी करार कल अदालत करेगी सजा का ऐलान
गुजरात के अहमदाबाद(Ahmedabad) में साल 2008 सीरियल बम ब्लास्ट मामले में आज अदालत का फैसला आ गया है. 77 आरोपियों में से 49 पर दोष सिद्ध हुआ है.
49 आरोपियों पर अभी सजा का ऐलान नहीं हुआ है. अदालत कल सजा का ऐलान करेगी. बताते चलें कि 10 आरोपियों को अदालत ने बरी भी किया है.
मालूम हो कि साल 2008 के जुलाई महीने की 26 तारीख को गुजरात के अहमदाबाद में लगातार 21 धमाके हुए थे. इस सीरियल ब्लास्ट में 200 से भी अधिक लोग घायल हुए थे जबकि 56 लोगों की मृत्यु हो गई थी.
पुलिस के अनुसार इस ब्लास्ट में इंडियन मुजाहिदीन और स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया यानी सिमी से जुड़े लोगों का हाथ था.
अहमदाबाद बम ब्लास्ट करने के आरोप में 80 लोगों पर मुकदमा चलाया गया था. पुलिस का कहना था कि अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट केस गोधरा कांड के जवाब में किया गया था.
बताते चलें कि साल 2008 में नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे. उन्होंने इस केस को बड़े ही गंभीरता से लिया था और इसकी जांच में कोई कोताही नहीं बरतने के सख्त निर्देश दिए थे.
इस केस का फैसला 2021 में ही आ जाता लेकिन इस केस की सुनवाई कर रहे जज corona से संक्रमित हो गए थे. जिस कारण इस केस को फरवरी के लिए टाल दिया गया था.
Karnataka Hijab Controversy: अभी देश में एक और मामला बेहद गंभीर रूप लेता जा रहा है वह है कर्नाटक के शैक्षणिक संस्थानों में लड़कियों का हिजाब(Hijab) पहनकर जाने पर लगे प्र्तिबंध का मामला.
आज सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुई. जिसमें यह देखा जा सकता है कि एक लड़की जो कि अल्लाह हू अकबर का नारा लगा रही है तो दूसरी तरफ उसे कई लड़के घेरे हुए हैं और ये लोग जय श्रीराम के नारे लगा रहे हैं.
इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर भी बवाल मचा हुआ है. कई लोगों का कहना है कि भारत में धार्मिक विविधता होते हुए भी सर्वधर्म समभाव वाला देश है और यहां ऐसी धार्मिक कट्टरता के लिए कोई जगह नहीं.
लड़कियों का शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनकर जाने को लेकर अब मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है. हाईकोर्ट में इसकी सुनवाई चल रही है और इसकी सुनवाई कल भी जारी रहेगी.